गूढ़ संकेतों का रहस्य
पहेली:
एक पुराना खजाना एक गुफा में छिपा है, और उसे पाने के लिए आपको नीचे दिए गए संकेतों को हल करना होगा। हर संकेत आपको अगले संकेत तक ले जाएगा। सभी संकेत एक विशेष सीक्वेंस में हैं और आपको अंतिम खजाने का पता लगाने में मदद करेंगे।
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पहला संकेत:
“मैं दिन में चार बार आता हूँ, पर रात को कभी नहीं। मैं तुम्हारे चेहरे पर चमक लाता हूँ, जब मैं आसमान में होता हूँ। मैं क्या हूँ?” -
दूसरा संकेत:
“मेरे पास दो पंख हैं, लेकिन मैं उड़ नहीं सकता। मैं चूहों को डराता हूँ और घर की रखवाली करता हूँ। मैं कौन हूँ?” -
तीसरा संकेत:
“मैं ताजगी और जीवन का प्रतीक हूँ, मेरा रंग हरा होता है। लोग मुझे सावधानी से मोज़े में डालते हैं, पर मैं हमेशा बाहर रहूँ। मैं क्या हूँ?” -
चौथा संकेत:
“चाँद की छवि में मैं हूँ, पर मैं हमेशा गोल नहीं होता। जब मैं खो जाता हूँ, तब सब कुछ अंधेरा हो जाता है। मैं कौन हूँ?” -
पाँचवा संकेत:
“मेरी एक लंबी यात्रा है, लेकिन मैं कभी खत्म नहीं होता। देखो, मैं चलता रहता हूँ। समय मेरे हाथ में है। मैं क्या हूँ?”
उत्तर:
- पहला संकेत का उत्तर: सूरज
- दूसरा संकेत का उत्तर: उल्लू
- तीसरा संकेत का उत्तर: पौधा (या घास)
- चौथा संकेत का उत्तर: चाँद
- पाँचवा संकेत का उत्तर: समय
खजाने का स्थान:
इन सभी संकेतों को जोड़कर, आपको एक जगह का पता लगता है। पहेलियों के जवाबों के पहले अक्षरों को मिलाकर एक नया शब्द बनता है: “सूर्य-उल्लू-पौधा-चाँद-समय”, जिसे एक समुंदर के किनारे या पार्क में किसी पेड़ के नीचे खजाना छुपा हुआ हो सकता है।
इस प्रकार, खजाने का रहस्य सिर्फ इन संकेतों को समझने और हल करने में है। सफलतापूर्वक सभी संकेतों को हल करके, आप खजाने तक पहुँच सकते हैं!